हरियाणा सरकार 28 मार्च से MSP पर खरीदेगी रबी की फसलें – बाकि फसलों की तारीख यहां देखिये
हरियाणा प्रदेश में अगर दूसरी फसलों जैसे चना, गेहूं, सूरजमुखी आदि की तो हरियाणा सरकार इसकी भी योजना बना चुकी है। प्रदेश में चने की MSP पर खरीद 1 अप्रैल से करने वाली है और वहीँ सूरजमुखी की खरीद को 1 जून से शुरू करेगी। हरियाणा राज्य सहकारी आपूर्ति एवं विपणन संघ सूरजमुखी और चने की खरीद मूल्य समर्थन योजना के तहत करने वाली है और सरसों की खरीद केंद्र सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम समर्थन मूल्य पर की जानी है।
Sarso msp in Haryana: सभी किसान भाई इस समय फसलों की कटाई में लगे हुए हैं और सरसों की फसल देश के कई राज्यों में तो काट ली गई है। वही अगर हरियाणा प्रदेश की बात करें तो हरियाणा में सरसों की कटाई लगभग शुरू हो चुकी है। दूसरी तरफ मौसम का मिजाज भी कुछ अलग ही कहानी कह रहा है इसलिए किसान जल्द से जल्द अपनी फसल को कटाई करके एकत्रित करने की सोच रहे है।
मौसम को लेकर किसान चिंता में
पिछले दिनों हरियाणा के महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, गुरुग्राम और राजस्थान के अलवर के कुछ हिस्सों में बारिश होने से और कहीं कहीं पर हलकी ओलावृष्टि ने किसानो की चिंता और बढ़ा दी है। ऐसे में इधर किसान भी सरसों की कटाई पर जोर दे रहे है और उधर सरकार भी आने वाली सरसों को खरीदने के लिए पूरी तरह से योजना बना रही है।
इस दिन से खरीदेगी सरकार MSP पर फसलें
हरियाणा प्रदेश में हुई 13 फरवरी की बैठक में अधिकारीयों को इस सम्बन्ध में दिशा निर्देश जारी किये गए हैं। मुख्य सचिव श्री संजीव कौशल ने ना केवल सरसों की खरीद की तैयारी करने को कहा बल्कि उसके भण्डारण और पैकिंग बारदानों की भी व्यवस्था के निर्देश जारी किये है। सरकार की तरह से सरसों की खरीद करने की तारीख 28 मार्च राखी गई है। 28 मार्च से सरकार किसानो की MSP पारर सरसों खरीदने का काम शुरू करने वाली है। इसके लिए रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया पहले ही पूरी हो चुकी है।
चना की खरीद भी तय हुई
हरियाणा प्रदेश में अगर दूसरी फसलों जैसे चना, गेहूं, सूरजमुखी आदि की तो हरियाणा सरकार इसकी भी योजना बना चुकी है। प्रदेश में चने की MSP पर खरीद 1 अप्रैल से करने वाली है और वहीँ सूरजमुखी की खरीद को 1 जून से शुरू करेगी। हरियाणा राज्य सहकारी आपूर्ति एवं विपणन संघ सूरजमुखी और चने की खरीद मूल्य समर्थन योजना के तहत करने वाली है और सरसों की खरीद केंद्र सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम समर्थन मूल्य पर की जानी है।
इस बार सरसों के अधिक उत्पन की सम्भावना
इस बार प्रदेश में सरसों की खेती 18.16 लाख एकड़ भूमि पर की गई है इसलिए सरसों की इस बार 13.89 लाख मीट्रिक टन के उत्पादन की सम्भावना जताई जा रही है। वही सूरजमुखी लगभग 37 हजार एकड़ में और चने की कहती हरियाणा प्रदेश में 93 हजार एकड़ में की गई है। चने के इस बार 40 हजार मीट्रिक टन के उत्पादन और सूरजमुखी के 30 हजार मीट्रिक टन के उत्पादन की संभावना है।