Fasal Jankari

इस पौधे की करो खेती। 10 साल में 30 करोड़ की होगी कमाई

किसान भाई अगर अपने खेत में कुछ नया करने की सोच रहे हैं और चाहते है की कमाई भी बम्पर होनी चाहिए तो इस पौधे की खेती उनको जरूर करनी चाहिए। इस पौधे की यही तो खासियत है की जिसने भी इसकी खेती की है वो मालामाल हो गया। लेकिन हमारे किसान भाइयों को इसकी जानकारी नहीं होने के कारन वो ऐसा नहीं कर पाते। तो फिर ये आर्टिकल सिर्फ आपके लिए ही है। इसको पढ़िए और कीजिये एक नई शुरुआत -

Chandan Ki Kheti: देश प्रगति कर रहा है और रोजाना नई नई तकनीक सामने आती जा रही है। इस बढ़ते भारत में किसान भी कहाँ पीछे रहने वाला है। इसलिए किसान भी अब परम्परागत खेती को छोड़कर कुछ न्य करने लगे है। ऐसे में अगर आप भी अपने खेतों में कुछ न्य करने का विचार कर रहे है तो ये आर्टिकल सिर्फ आपके लिए ही है। इसमें हमने जिस पौधे की खेती करने के बारे में बताया है उससे आप 8 साल में करोड़ों रुपये कमाई कर सकते हो।

किसान भाइयो चन्दन के बारे में कौन नहीं जानता। चन्दन का इस्तेमाल बहुत ज्यादा मात्रा में इस्तेमाल भारत में ही होता है और आज हम आपको ऐसी चन्दन की खेती के बारे में बताने वाले है। अगर आप चन्दन की खेती करके करोड़ों कमाना चाहते है तो इस आर्टिकल को आखिर तक जरूर पढ़ें।

एक पेड़ से होती है 6 लाख की कमाई

पूजा करनी हो या फिर हवन करना हो या फिर दवाइयों के रूप में चन्दन का इस्तेमाल किया जाता है। आपको जानकर हैरानी होगी की चन्दन का केवल एक पेड़ आपको कुछ सालों के अंदर की लगभग 6 लाख तक की इनकम करके दे सकता है तो फिर सोचिये की अगर आपने एक एकड़ में इसकी खेती अगर कर ली तो कितने की कमाई हो सकती है। इसलिए जितने अधिक पेड़ आप चन्दन के लगाएंगे उतनी ही अधिक कमाई आपको होगी। चन्दन का पेड़ आसानी से पैदा होने वाला पेड़ है।

चन्दन का पेड़ लगभग हर परिस्थिति में अपने आप को एडजस्ट करने में सक्षम होता है। लेकिन किसानो को इसकी जानकारी के आभाव में और अधिक जानकारी नहीं होने के कारन इसकी खेती नहीं कर पाते।

एक एकड़ में लग जायेंगे 600 पौधे

जी हाँ भाइयों चन्दन के एक एकड़ खेत में लगभग 600 पौधे आसानी से लग जाते है। वैसे तो चन्दन के एक पेड़ को तैयार होने में 10 से 12 साल का समय लग जाता है लेकिन एक एकड़ से फिर आपको कमाई भी लगभग 18 से 20 करोड़ आसानी से हो जाती है। हरियाणा के घरौंदा गावं में भीएक किसान के कई भीगे जमीन में इसकी खेती की शुरुआत की है और पौधे धीरे धीरे अब बाड़े होने लगे है।

कैसे लगाते हैं चन्दन का पौधा

अपने खेतों में चन्दन की खेती करने के लिए आपको चन्दन के पौधे खरीदने होंगे और उनके साथ में चन्दन के होस्ट के पौधे भी खरीदने होंगे। चन्दन का होस्ट पौधा चन्दन के साथ में ही लगाया जाता है। इस होस्ट पौधे के बिना चन्दन का पौधा ठीक से नहीं बढ़ता और कुछ दिनों में ही ख़त्म हो जाता है। चन्दन का एक पौधा लगभग 500 रूपए में नर्सरी से आसानी से मिल जाता है।

खेत में चन्दन का पौधा लगाते समय इस बात का ध्यान रखना होता है की पौधे से पौधे की दूरी कम से कम 25 फ़ीट होनी चाहिए। चन्दन के पौधों में अधिक पानी की जरुरत नहीं होती है इसलिए पानी की आवश्यकता अधिक नहीं होगी। जिस भी खेत में आपको चन्दन की खेती करनी है उसका मिटटी का टेस्ट जरूर करवा लेना चाहिए। मिटटी का pH 7.5 तक होना चाहिए और आपको बता दें की चन्दन का पौधा 45 डिग्री तापमान में भी आसानी से सर्वाइव कर लेता है।

Update: चन्दन का इस्तेमाल आज के समय में बहुत अधिक होने लगा है। चन्दन की लकड़ी दवाई के रूप में भी इस्तेमाल में लाइ जाती है और इसकी वजह से भारत में ही नहीं बल्कि दुनिया के सभी देशों में इसका इस्तेमाल कई गुणा बढ़ चूका है। चन्दन हमेशा से ही पूजा में भी इस्तेमाल होता रहा है। किसान भाई इसकी खेती करके आने वाले समय में एक बड़ी रकम अपनी खेती के जरिये आसानी से जुटा सकते है।

आज के समय में टेक्नोलॉजी का जमाना है और किसान अपनी खेती में इसका काफी अधिक सहारा ले रहे है। ऐसे में आप अगर चन्दन की खेती करते है तो ये अब बहुत आसान होने वाली है। इसके अधिक खर्चा भी नहीं होता है। शुरुआत में आपको अधिक देखभाल की जरुरत होती है और जब पौधे बड़े हो जाते है तो अधिक देखभाल की जरुरत भी नहीं होती है।

Anita Yadav

Greetings to all farmer brothers. My name is Anita Yadav and I write articles related to Kisan Yojana for you on this website. I am a resident of village and associated with agriculture, so I have seen it very closely. We have to know very closely about the problems faced by the farmer brothers in agriculture. That's why I share the information related to agriculture with all of you. I hope that the information given by me will be of some use to all of you.

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *