खेत में आवारा पशु के घुसते ही आएगा फ़ोन पर मैसेज, किसानो को होगा बड़ा फायदा
किसानो को अपनी फसल के लिए अब रात या दिन में रखवाली करने की जरुरत नहीं होगी बस अपने फ़ोन को ऑन रखना होगा। जैसे ही कोई पशु या कोई व्यक्ति आपके खेत में घुसेगा तो आपके पास मैसेज आएगा और खेत में लगा हूटर बजने लगेगा
गोरखपुर की बुद्धा इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नालॉजी के छात्रों ने किसानो के लिए ऐसा एक डिवाइस तैयार की है और इसको नाम दिया गया है IOT। इस यंत्र में डिटेक्टर लगा है जो की खेतो में पशु या अन्य व्यक्ति के घुसने पर आपको फ़ोन पर मैसेज के साथ खेत में लगे हूटर को ऑन कर देगा जिससे खेत में सायरन बजने लगेगा
बुद्धा इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नालॉजी के छात्र शिवम् कुमार, हर्ष कुमार, आदित्य और अनिल कुमार ने इंटरनेट ऑफथिंग्स के आधार पर इस डिवाइस को तैयार किया है। अभी इन छात्रों ने इस डिवाइस का प्रोटो टाइप तैयार किया है। उनका कहना है की इससे किसानो को काफी राहत मिलेगी। रात के समय में जंगलो में खेत में रखवाली करने की जरुरत खत्म हो जाएगी और इसके साथ ही पशुओ का आतंक भी ख़त्म होगा
कैसे काम करता है IOT
इंटरनेट ऑफथिंग्स पर कार्य करने वाले इस डिवाइस में एक wifi मोडुअल लगा है जो की एक सिम कार्ड के जरिये 24 घंटे इंटरनेट से जुड़ा होता है। और ये हॉटस्पॉट के जरिये अन्य सभी डिवाइस को एक साथ जोड़ के रखता है। इसके साथ ही इसमें बिजली की जरुरत के लिए सोलर पैनल को लगाया गया है और इसके साथ ही एक नाईट विज़न कैमरा भी इसमें फिट किया गया है जब भी कोई व्यक्ति या पशु इस डिवाइस की रेंज में आता है तो डिवाइस में लगे सेंसर काम करना शुरू कर देते है और हूटर बजना शुरू हो जाता है और किसान के फ़ोन पर मैसेज जाने लगते है। इंटरनेट ऑफथिंग्स पर बने इस डिवाइस की क्षमता पांच सौ मीटर तक है। और इसको मौसम के अनुकूल बनाया गया है इसमें प्राकृतिक विषमताओं से निपटने में सक्षम है.
डिवाइस की टेस्टिंग
छात्र शिव कुमार चौरसिया के अनुसार इस डिवाइस को दो महीने तक गांव में रख कर टेस्टिंग की गई है। इसके बाद इसको लांच किया गया है। इस डिवाइस में माइक्रो सेंसर लगे है। जिनके जरिये ये किसानो तक सुचना भेजता है और इसके साथ ही इसमें एक डिवाइस और भी लगी है जो खेत में मॉइस्चर को मापता है और खेत में नमी की मात्रा को भी बताता है। इसके साथ ही इसमें एक मोटर भी लगाई गई है जिसके माध्यम से आप खेतो में सिंचाई कर सकते है।
डिवाइस की कीमत
इस यंत्र को बनाने में करीब 50 हजार रूपये का खर्चा आया है इसमें जितने भी उपकरण और सेंसर लगे है वो सभी आधुनिक तकनीक के है और हाईटेक टेक्नोलॉजी पर काम करते है। किसानो के लिए ये थोड़ा महंगा जरूर है लेकिन इसमें किसानो को फायदा बहुत अधिक मिल रहा है। खेतो में पशुओ की निगरानी की जरुरत नहीं होगी और खेत में नमी की जानकारी भी आपको इसमें मिल जाती है।