ओलावृष्टि से खेत हुए सफ़ेद , किसानो की फसल पूरी तरह से खाक
![किसानो की फसल](https://kisanyojana.org/wp-content/uploads/2023/03/5-780x470.webp)
मध्य प्रदेश के आठ जिलों में आज शाम को भारी ओलावृष्टि से खेत बर्फ में तब्दील हो गए। ओलावृष्टि लगातार दो घंटे तक जारी रहने से फसले खत्म हो गई है। इस ओलावृष्टि में 14 गांव की फसलों को भारी नुकसान हुआ है। खनियाधाना गांव और आसपास के क्षेत्रों में काफी भारी ओलावृष्टि हुई है।
बैराड़ नगर , करेरा गांव और आस पास के क्षेत्रों में भी करीब दस मिनट तक ओलावृष्टि हुई है। हालाँकि ओलावृष्टि में ओले का आकर चने के आकार का था लेकिन इससे भी फसलों को काफी नुकसान हुआ है। सड़को पर बर्फ की सफ़ेद चादर बिछी है ऐसा लग रहा था। हर तरफ फसल उजड़ गई है गेहू की बलिया ओले की मार से मिटटी में मिल गई है। खेतो में कुछ नहीं बचा
किसानो के अरमानो पर मौसम ने फिर से पानी फेर दिया। पिछोर तहसील के लहरों , माताटीला , बसाहर , खिरकिट, हरिनगर , नयागाव ,उर्दना सही 14 गांव ऐसे जिनमे गेहू की फसल बिलजील खत्म हो चुकी है। इन गावो में शाम को 4 बजे के आसपास ओलावृष्टि शुरू हुई थी। इसके साथ ही कुछ अन्य गांव में भी पांच से दस मिनट तक ओलावृष्टि हुई है। हर तरफ प्रकृति की मार के निशान बचे है
बैराड़ क्षेत्र में तीन बजे के आसपास तेज बारिश शुरू हुई थी इसके बाद करीब दस मिनट तक भारी ओलावृष्टि हुई , इसके साथ ही खनीयधाना में बामौर , सिलपुरा, पचरा , जालमपुर , नंदनवारा , पूरा , बादली धर्मपुरी में भी शाम को बारिश के साथ हल्की ओलावर्ष्टि हुई है।
पिछोर तहसीलदार अखिलेश शर्मा ओलावृष्टि की सूचना लगते ही क्षेत्र में पहुंचे. उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि सौ फीसदी नुकसान है. आप लोग निश्चिंत रहें. अभी हम जा रहे हैं. पूरा दल गठित करेंगे और मौके पर आकर खेत-खेत जाकर सर्वे करेंगे.