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किसानो के लिए बड़ा झटका – खरीफ के बीजो की कीमत बढ़ाई, सब्सिडी घटाई

कृषि विभाग ने खरीफ की फसल के बीजो पर सब्सिडी कम कर दी है वही पर फसलों के बीज की कीमत में भी 15 रु की बढ़ोतरी कर दी गई है अब किसान सिमित मात्रा में ही फसल के बीज ले सकेंगे

हिमाचल प्रदेश में लाखो किसानो को सरकार ने झटका दिया है कृषि विभाग की तरफ से खरीद की फसलों के बीजो पर दाम बढा दिए गए है और इसके साथ ही फसल बीज पर मिलने वाली सब्सिडी को भी कम कर दिया गया है। कृषि विभाग की तरफ से फसल बीज की कीमतों में 15 रु तक की बढ़ोतरी की गई है। राज्य में किसानो को मुख्यमंत्री कृषि योजना के तहत सब्सिडी पर फसल के बीज और कृषि उपकरण लेने की सुविधा दी जाती है और सरकार की तरफ से इस साल खरीफ की फसल के लिए बीजो के दाम और मात्रा को तय किया गया है। सरकार की तरफ से सब्सिडी पर बीजो की मात्रा को एक सीमा तक तय कर दिया गया है इससे अधिक मात्रा में बीज लेने पर किसानो को बाजार मूल्य के हिसाब से पैसे देने होंगे

किसानो कितना बीज मिलेगा

कृषि विभाग की तरफ से सभी कृषि बीज विक्रय केन्द्रो , पंजीकृत निजी बीज केंद्र और सभी सरकारी कृषि डिपो पर किसानो को बीज वितरण में पहले आधार नंबर लिया जायेगा और इसके बाद बिल दिया जायेगा।

बाजरा  डेढ़ किलो 
बरसीम दो किलो
मक्कीपांच
धान हाईब्रीड चार
धान इंप्रूवडपांच
चरीपांच
गेहूं 40 
जौई 20
बीज भाव
मक्की हाईब्रीड75 रु
मक्की अन्य58 रु
बाजरा 64 रु
चरी 44 रु
धान 120 रु
बीजो पर मिलने वाली सब्सिडी
मक्के का चारा20 रु
जौई 15 रु
मक्की 30 रु
बाजरा 30 रु
धान हाईब्रीड80 रु
बरसीम 50 रु
धान इंप्रूवड10 रु
गेहूं 15 रु
चरी 20 रु

सरकार की तरफ से कृषि बीजो पर मिलने वाली सब्सिडी में दस रु तक की कटौती कर दी गई है जसिके कारण किसानो को दोहरी मार पड़ेगी , खेतो में लागत पहले ही अधिक हो चुकी है और इससे उन किसानो को अधिक नुकसान होगा जिनके पास सौ से डेढ़ से कैनाल भूमि है और कृषि विभाग की तरफ से बीज की मात्रा सिमित कर दी गई है कृषि विभाग के अनुसार ये कदम बीजो की कालाबाजारी को रोकने के लिए उठाया गया है वही पर सरकार ने कृषि के लिए जो बजट जारी किया है उसी के हिसाब से खर्च किया जा रहा है

Vinod Yadav

विनोद यादव हरियाणा के रहने वाले है और इनको करीब 10 साल का न्यूज़ लेखन का अनुभव है। इन्होने लगभग सभी विषयों को कवर किया है लेकिन खेती और बिज़नेस में इनकी काफी अच्छी पकड़ है। मौजूदा समय में किसान योजना वेबसाइट के लिए अपने अनुभव को शेयर करते है। विनोद यादव से सम्पर्क करने के लिए आप कांटेक्ट वाले पेज का इस्तेमाल कर सकते है।

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