3 अप्रैल तक खुला फसल ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल , बीमा नहीं करवाने पर भी मिलेगा फसल के लिए मुवावजा
जिन किसानो ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत बीमा नहीं करवाया है उनको भी सरकार की तरफ से अब फसल बीमा राशि जारी की जाएगी सरकार की तरफ से फसल छतिपूर्ति पूर्ति पोर्टल के लिए ऑनलाइन आवेदन लिंक को तीन अप्रैल तक एक्टिव किया गया है। हरियाणा राज्य के किसानो को सरकार की तरफ से अपने फण्ड से मुवावजा राशि जारी की जाएगी। इसके लिए हरियाणा सरकार ने ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल को 3 अप्रैल तक के लिए फिर से खोल दिया है
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किसान को सरकार की तरफ से सलाह दी जाती रही है की वो अपने फसलों का बीमा जरूर करवाए लेकिन कई बार किसान लापरवाही की वजह से बीमा नहीं करवाते है और उनको नुकसान उठाना पड़ता है। भारी बारिश और ओलावृष्टि की वजह से उनको काफी नुकसान होता है इसके साथ ही उनकी आर्थिक हालत भी ख़राब हो जाते है। लेकिन हरियाणा राज्य की सरकार की तरफ से अब जिन किसानो ने फसल बीमा नहीं करवाया है उनके लिए भी राहत कोष से राशि देने का फैसला किया है।
छतिपूर्ति पोर्टल तीन अप्रैल तक के लिए खुला
जिन किसानो को बेमौसम बारिश की वजह से काफी नुकसान हुआ है उनको सरकार की तरफ से राहत राशि जारी की जानी है इसके लिए हरियाणा सरकार ने ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल को 3 अप्रैल तक के लिए फिर से खोल दिया है इस पोर्टल पर किसानो को अपनी फसल में हुए नुकसान की जानकारी सरकार को देनी होगी। और जिन किसानो को फसल में नुकसान हुआ है उनको इस पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करना अनिवार्य है तभी उनको सरकार की तरफ से राहत राशि जारी की जाएगी। जिन किसानो की फसल का बीमा नहीं है उनकी गिरदावरी 15 दिन में पूर्ण कर दी जाएगी
सीएम श्री @mlkhattar के कुशल नेतृत्व में हरियाणा सरकार 2014 से निरन्तर ''किसान हितैषी'' फैसले लेते हुए उनके सुख-दुख में साथ खड़ी है।
इसी कड़ी में सरकार द्वारा रबी 2023 फसलों में हुई क्षति से किसानों को राहत देने के लिए ‘ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल’ 3 अप्रैल, 2023 तक दोबारा खोला गया है। pic.twitter.com/uoOqIVUj0A
— Dept. of Agriculture & Farmers Welfare, Haryana (@Agriculturehry) March 29, 2023
किसान पोर्टल पर अब तक इतने किसानो ने रजिस्ट्रेशन करवाया है
जिन किसानो का फसल में भारी नुकसान हुआ है वो इस पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन कर सकते है इसके लिए यदि वो खुद से आवेदन नहीं कर सकते है तो इसके लिए किसी भी CSC सेण्टर पर जाकर ऑनलाइन आवेदन करवा सकते है। इसके साथ ही सरकार ने कॉमन सर्विस सेंटर के जरिए क्षतिपूर्ति पोर्टल पर नुकसान का ब्यौरा भरवाने का खर्च भी खुद ही वहन करने का फैसला लिया है इसके लिए किसानो को कोई पैसा नहीं देना है। 2022-23 रबी सीजन के लिए राज्य में अब तक 1, 01,627 किसानों ने 5.73 लाख एकड़ भूमि का पंजीकरण कराया है.