जौ का भाव 1000 रु प्रति किवंटल तक घटा, किसानाें काे अब जाै की फसल दे रही है बड़ा झटका
मौसम किसानो का दुश्मन बना हुआ है। लेकिन अब मंडी में फसलों के भाव गिरने से किसानो की चिंता और बढ़ रही है। जौ की फसल इस बार किसानो को बड़ा झटका दे रही है। पिछले दो महीने में जौ का भाव 3 हजार रूपये प्रति किवंटल से 2100 रूपये प्रति किवंटल पर आ चुके है। किसान को प्रति किवंटल पर हजार रूपये तक का नुकसान हो रहा है। सीकर मंडी में रोजाना पांच सौ से सात सौ किवंटल जौ की आवक हो रही है।
बढ़ी जौ की आवक लेकिन खरीदार नहीं है
कारोबारी महेश जैन और सम्पत अग्रवाल का कहना है की इस बार सीकर मंडी में जौ की आवक अधिक हो रही है और इसके साथ ही पुराना स्टॉक भी खरीदारों के पास बचा हुआ है तो मार्किट में खरीदार नहीं आ रहे है। जिस तरह की आवक मंडी में हो रही है उसके अनुसार खरीदार नहीं मिल रहे है
आगे क्या होगा जौ का भाव
मंडी में अभी जौ की आवक अच्छी है और अभी रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे विवाद की वजह से विदेशो से जौ का आयात भी बंद है हालाँकि सरकार की तरफ से कनाडा से जौ का आयत की संभावना जताई जा रही है लेकिन अभी के टाइम में मार्किट में जौ सिथति है उसके हिसाब से जौ के दाम में बढ़ोतरी हो सकती है। अगर विदेशी जौ मार्किट में नहीं आया समय पर तो जौ के भाव बढ़ सकते है।
जौ का उपयोग
सीकर मंडी में हर साल हरियाणा , पंजाब , दिल्ली से व्यापारी जौ की खरीदारी के लिए आते है लेकिन इस बार इन खरीदारों के न आने से जौ का उपयोग इस बार कटलफील्ड में हो रहा है। पशुओं के लिए जौ का इस्तेमाल हो रहा है। और इसी कारण से इस महीने खल चुरी के भाव में सिथरता बनी हुई है
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