खरपतवार की समस्या का परमानेंट समाधान, किसानों की टेंशन होगी ख़त्म, बस करना होगा ये काम
खेत में खरपतवार को लेकर किसान भाई बहुत अधिक परेशान रहते है क्योंकि ये उनकी फसल की पैदावार को तो कम करते ही है साथ में कई बार फसलों को भी नष्ट कर देते है। इसलिए खरपतवार को खेत से खत्म करना तो जरुरी है ही साथ में एक ऐसे समाधान की भी जरुरत है जिससे आगे कभी खेत में खरपतवार की समस्या ही ना हो।

किसान भाई अपनी फसल को उगाने में कागि मेहनत करते है और उसके बाद ही उनको उम्मीद रहती है की फसल अच्छी होगी और पैदावार भी काफी अच्छी मिलेगी लेकिन खरपतवार किसानों को काफी परेशान करती है। इसके चलते किसान भाई काफी परेशान रहते है और ये उनकी पैदावार को काफी हद तक कम कर देती है। आज के समय में किसान भाई अपनी फसल में से खरपतवार को आसानी से खत्म कर सकते है।
किसान भाइयों आप सभी की जानकारी के लिए बता दें की एक समय ऐसा था जब किसी भी प्रकार की दवाएं मौजूद नहीं थी तो भी उस समय हमारे बाद बुजुर्ग खेतों में से खरपतवार को खत्म करने के उपाय करते थे और वो सभी काफी कारगर साबित होते थे। इसके अलावा आज के समय में कृषि वैज्ञानिकों के द्वारा भी किसानों को खेतों में से खरपतवार को कम करने के बहुत सारे उपाय बताये जाते है। आइये आप सभी को आज के किसान योजना के इस आर्टिकल में हम खरपतवार को खेत से कैसे हटाना है इसकी जानकारी दे देते है और साथ में समय के साथ इसको जड़ से कैसे खत्म करना है इसको लेकर भी जानकारी देने वाले है।
खरपतवार को हमेशा के लिए खत्म करने का सही तरीका
किसान भाइयों आप सभी को एक बात पर ध्यान देना होगा की खरपतवार खेत में से एक बार हटाने से कभी भी खत्म नहीं होते है और अगले साल आपके खेत में फिट से उग आते है इसलिए इसके लिए कई प्रयास किये जाते है और साथ में आपको एक सही प्रक्रिया के जरिये इसको हटाना होता है। खरपतवार केवल फसल को ख़राब करके पैदावार पर असर नहीं डालती बल्कि इसके चलते ज़मीन की उपजाऊ छमता भी ख़राब होती है।
किसान भाइयों को इसके लिए कई पहलुओं पर ध्यान देना होगा ताकि इसका सही से इलाज किया जा सके और परमानेंट इसकी छुट्टी की जा सके। इसमें किसान भाइयों को मिट्टी की तैयारी पर दें खास ध्यान देने की जरुरत होती है। इसके अलावा मल्चिंग तकनीक, सही समय पर सिंचाई करके, खरपतवार नाशकों का सही इस्तेमाल और फसल चक्र को अपनाने की जरुरत होती है। आइये इसको डिटेल में आपको समझाते है क्योंकि इससे ही आपके खेत में से खरपतवार का नाश अच्छे तरीके से होगा।
मिट्टी की तैयारी पर खास ध्यान देने की जरुरत है
खेत की मिटटी की सही से तैयारी करना बहुत ही जरुरी है क्योंकि इसमें ही खरपतवारों के उगने का प्रोसेस पूरा होता है। बुवाई से पहले ही आपको खेत की मिटटी को पलट देना है ताकि खरपतवार की जड़ें भी पूरी तरह से खत्म हो जायें। बुवाई से कुछ समय पहले ही खेत को हल्का पानी देकर के खुला छोड़ देना चाहिए जिससे खरपतवार उगने लगेंगे और जब खरपतवार उग जायें तो आपको खेत की अच्छे से जुताई करके मिटटी को पलट देना है। इससे जो खरपतवार उगी थी वो ख़त्म हो जाएगी और अब उसके बीज भी नहीं बनेंगे जो अगले साल फिर से नहीं उगेंगे।
मल्चिंग तकनीक का इस्तेमाल कैसे करें?
आज के समय में किसानों के लिए मल्चिंग तकनीक बहुत कारगर साबित हो रही है और इसके जरिये खेत में से ना केवल खरपतवार को ख़त्म किया जा सकता है बल्कि इसके जरिये खेत की नमी को भी बरकरार रखा जा सकता है। मल्चिंग तकनीक में खेत को घास, पत्तियों से या फिर प्लास्टिक की चद्दर के जरिये ढक दिया जाता है और इसकी वजह से खरपतवार को उगने का समय ही नहीं मिलता है। खेत को ढकने के चलते खेत में नमी भी बनी रहती है जो आपकी फसल के लिए भी काफी अच्छी साबित होती है।
खरपतवार नाशकों का सही से करें इस्तेमाल
किसान भाइयों अपने खेत में आपको खरपतवार नाशकों का सही से इस्तेमाल करना भी बहुत जरुरी है। खरपतवार कई प्रकार के होते है और सभी में अलग अलग खरपतवार नाशकों का इस्तेमाल किया जाता है। इसके अलावा आपने जिस भी फसल की खेती की है उसके अलावा अगर उसमे कोई और फसल के पौधे उग आये है तो वो भी एक प्रकार से खरपतवार का ही काम करते है।
इसलिए खरपतवार नाशकों का इस्तेमाल सही तरीके से करना जरुरी होता है नहीं तो फसल को भी हानि हो सकती है। जो किसान जैविक खेती करते है उनको अपने खेतों में हमेशा प्राकृतिक खरपतवार नाशकों का इस्तेमाल करना चाहिए जैसे नीम का तेल है या फिर गाय का गोबर आदि से बना हुआ घोल है। ऐसे फसल को नुकसान नहीं होता है। इसके अलावा अगर आप रासायनिक खरपतवार नाशकों का इस्तेमाल कर रहे है तो इसके लिए आपको कृषि विषेशज्ञों से सलाह जरूर करनी चाहिए।
फसल चक्र और सही समय पर सिंचाई करना
फसल चक्र प्रक्रिया कोई आज के समय में इस्तेमाल की जाने वाली प्रक्रिया नहीं है बल्कि ये एक पारम्परिक तरीका है जिससे खेत की उपजाऊ छमता को बढ़ाने के साथ साथ में खरपतवारों को भी ख़त्म किया जा सकता है। अगर आप अपने खेत में एक ही प्रकार की फसल को बार बार उगाते है तो इससे खेत में कुछ खास प्रकार के खरपतवारों के बढ़ने का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए आपको एक खेत में एक बात अगर एक फसल की खेती की है तो अगले साल उस खेत में दूसरी प्रकार की खेती करना जरुरी होता है।
इसके अलावा आपको खेत में सिंचाई पर भी ध्यान देना होगा क्योंकि गलत समय पर की गई सिंचाई से खेत में अनचाहे पौधों की भरमार होने लगती है। आपकी फसल की जरुरत के हिसाब से आपको खेत में सिंचाई का काम पूरा करना है और वजह ही पानी को बर्बाद नहीं करना है। अगर आप खेत में बेवजह सिंचाई करते है तो बेवजह पानी देने से अनावश्यक पौधों को भी पोषण मिलता है जिससे वे तेजी से फैलते हैं और आपकी ही फसल को नुकसान करते है।
खरपतवार को जड़ से खत्म करने का आसान तरीका
खेत में खरपतवार उग आये है तो आपको निराई गुड़ाई के जरिये इनको खेत से निकलने है और नष्ट कर देना ह। निराई गुड़ाई करना पारम्परिक तरीका है जिससे खेत में से खरपतवार को आसानी के साथ निकाला जाता है। सभी खरपतवारों को आपको इस विधि से खेत से उखाड़कर बाहर निकलकर नष्ट कर देना है। इसके अलावा जैविक विधियों जैसे गौमूत्र, लकड़ी की राख और हरी खाद का इस्तेमाल कर खरपतवार को खत्म किया जा सकता है।
किसान योजना के इस आर्टिकल में दी गई जानकारी उम्मीद है सभी किसान भाइयों के काम आएगी और इसके जरिये सभी किसान अपने खेतों में से खरपतवारों को आसानी से ख़त्म कर पायेंगे। किसान भाइयों इसके अलावा भी अगर आपका कोई सुझाव है या फिर कोई और बात हमसे कहना चाहते है तो आप निचे कमेंट में या फिर ईमेल के जरिये हमसे सम्पर्क कर सकते है। हम आपके सवालों के जवाब जल्द से जल्द देंगे।