हाइब्रिड करेले की खेती कैसे करें – लाखों में होगी कमाई
करेले की खेती करने में बहुत अधिक फायदा मिलता है। करेले की हर एक बेल पर लगभग 50 से 60 करेले आसानी से लगते है तो ऐसे में एक एकड़ में किसानो को लगभग 60 क्विंटल करेले की पैदावार आसानी से हो जाती है। आर्का हरित नामक किस्म के करेले साइज में अधिक लम्बे होनेके कारन भी पैदावार अधिक होती है। ग्रामीण क्षेत्रों की बजाये इसको शहरी क्षेत्रों में अधिक पसंद किया जाता है।
देश के किसान भाई अब अपनी खेती में नए नए तरीके अपनाने लगे हैं। ऐसे में करेले की खेती किसानो के लिए वरदान बन गई है। देश के किसान करेले की खेती करके लाहों में कमाई कर रहे है। इस आर्टिकल में आपको करेले की खेती कैसे करें और करेले की कौन सी किस्म की खेती करनी चाहिए ताकि ज्यादा मुनाफा मिले आदि सब बातों के बारे में आपको बताने वाले है।
किसान भाई अगर एक अकड़ में करेले की खेती करते हैं तो सालाना लगभग 400000 तक की कमाई आसानी से हो जाती है। करेले की खेती करने के लिए आपको तारबंदी करके एक बाद का निर्माण करना चाहिए। ऐसा करने से उपज अधिक होती है। चलिए जानते है करेले की खेती के बारे में पूरी जानकारी।
करेले की खेती के लिए खेत की तैयारी कैसे करें।
किसान भाइयों को करेले की खेती करने के लिए पहले खेती की अच्छे से जुताई करनी है और उसके बाद खेत में गोबर की खाद डालकर उसमे पानी चलना चाहिए ताकि खाद अच्छे से मिटटी के साथ चिपक जाए। उसके बाद फिर से जुताई करके खेत को समतल कर देना चाहिए।
अब खेत के समतल होने के बाद लाइन में मेढ़ का निर्माण करना है ताकि उन पर करेले की बेल लगाई जा सके। मेढ़ ज्यादा ऊंचाई वाली ना करें नहीं तो पानी देते समय पानी की सीलन ऊपर तक नहीं पहुंच पायेगी। अगर आप ड्राप विधि से सिंचाई करना चाहते है तो फिर आप मेढ़ का निर्माण अपने हिसाब से भी कर सकते है। खेत के अंदर आपको जल की निकासी का ध्यान रखना है। बारिश के मौसम में खेत में जल भराव नहीं होना चाहिए।
करेले की कौन सी किस्मे अच्छी होती है।
करेले की बहुत सारी किस्मे मौजूद है और हर एक किस्म अलग अलग पैदावार देती है। लेकिन हम आज आपको यहाँ इस आर्टिकल में आर्का हरित नामक किस्म के बारे में बताने वाले है। ये किस्म पैदावार के हिसाब से बहुत ही बढ़िया रहती है।
करेले की खेती करने में बहुत अधिक फायदा मिलता है। करेले की हर एक बेल पर लगभग 50 से 60 करेले आसानी से लगते है तो ऐसे में एक एकड़ में किसानो को लगभग 60 क्विंटल करेले की पैदावार आसानी से हो जाती है। आर्का हरित नामक किस्म के करेले साइज में अधिक लम्बे होनेके कारन भी पैदावार अधिक होती है। ग्रामीण क्षेत्रों की बजाये इसको शहरी क्षेत्रों में अधिक पसंद किया जाता है।
करेले की खेती की बुवाई कब करनी चाहिए
करेले की खेती की बुवाई सालमे दो बाई बोई जाती है। अगर गर्मियों में आप इसकी बुवाई करना चाहते है तो इसके लिए मई और जून का महीना सबसे बढ़िया होता है ओट अगर आप सर्दियों में करेले की खेती की बुवाई करना चाहते है तो सबसे बढ़िया महीना जनवरी और फरवरी का होता है। किसान भाइयों को करेले की बुवाई करने के लिए प्रति एकड़ में लगभग 800 ग्राम बीजों की जरुरत पड़ेगी। करेले के बीज को बोते समय ध्यान रखना है की एक बीज से दूसरे बीज के बिच की दुरी आपको करीब डेढ़ से दो मीटर की रखनी है। इससे बेलों का फैलाव अच्छे ढंग से हो पायेगा। बीज को 2 सेंटीमीटर की गहराई में डालना होता है। अधिक गहराई में बीज डालने के बाद उसको जमीन से बाहर निकलने में समय भी लगता है और कुछ पौधे बाहर नहीं निकल पाते।
करेले की खेती के लिए जो आप नालियों का निर्माण करते है उसके ऊपर आपको तारबंदी करके जाल का निर्माण भी अवश्य करना है ताकि करेले की बेल जाल के ऊपर चढ़ सके। जमीन पर अगर आपकी बेल का फैलाव होगा तो उसमे रोग लगने के चांस अधिक होते है।