Business

सुकन्या समृद्धि खाते में कितने जमा करने पर मिलते हैं 70 लाख, देखें पूरी कैलकुलेशन

सरकार की तरफ से बेटियों के लिए सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana) की शुरुआत करके उनको निहाल कर दिया है। उनके भविष्य को सुनहरा करने के लिए चलाई गई इस योजना के लिए पूरी दुनिया में भारत सरकार की काफी प्रशंसा होती है। भारत में मौजूदा समय में करोड़ों परिवारों ने अपनी बेटियों के भविष्य को उज्जवल बनाने के लिए इसमें बेटी के नाम से खाता खुलवाया हुआ है। हर महीने या फिर सालाना के हिसाब से वे अभिभावक अपनी बेटी के खाते में निवेश कर रहे है ताकि आने वाले समय में मोटा पैसा मिल सके।

बेटी की इस योजना में निवेश किये गए पैसे को उसकी उच्च शिक्षा में या फिर उसकी शादी में भी इस्तेमाल किया जा सकता है या फिर उसके नाम से खाते में सेविंग के रूप में भी रखे जा सकते है ताकि आगे चलकर मुसीबत के समय में ये पैसे उनके काम आ सके। चलिए जानते है की अगर आप बेटी के नाम से 70 लाख रूपए का रिटर्न लेना चाहते है तो आपको बेटी के नाम से कितने रूपए हर साल निवेश करने होंगे।

सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana)

सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana) भारत सरकार की तरफ से शुरू की गई एक बेहतरीन स्कीम है जिसमे 10 वर्ष तक की बेटी के नाम से खाता खुलवाया जा सकता है और उसके नाम से पैसे को निवेश किया जा सकता है। निवेश की सिमा इस स्कीम में 15 साल निर्धारित की गई है और 21 साल इस स्कीम की मच्योरिटी की अवधी है।

इस स्कीम में भारत को कोई भी स्थाई नागरिक अपनी 10 वर्ष या फिर इससे कम आयु की बेटी के नाम से खाता खुलवा सकता है और निवेश शुरू कर सकता है। एक परिवार से केवल दो बेटियों को ही सरकार की तरफ से इस स्कीम में लाभ दिया जाता है। लेकिन पहली बेटी है और दूसरे बच्चे जे जन्म के समय फिर से दो बेटियों ने एक साथ जन्म लिया है यानि जुड़वां बेटी हुई है तो फिर परिवार की तीनों बेटियों को इसका लाभ दिया जाता है।

सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana) में ब्याज दर

सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana) में निवेश के बाद सरकार की तरफ से निर्धारित ब्याज दरों का लाभ बेटियों को मिलना शुरू हो जाता है। मौजूदा समय में सरकार की तरफ से सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana) खाते पर 8.2 फ़ीसदी के हिसाब से ब्याज दरों का लाभ दिया जा रहा है।

इससे पहले सरकार की तरफ से इस स्कीम में निवेश करने पर 8 फीसदी के हिसाब से ब्याज दरों का लाभ दिया जाता था लेकिन अब सरकार ने इस स्कीम की ब्याज दरों में बढ़ौतरी की हुई है ताकि बेटियों को निवेश करने पर अधिक से अधिक रिटर्न का लाभ दिया जा सके। मौजूदा समय में गोद ली गई बच्ची के नाम से भी अभिभावक इस स्कीम में खाता खुलवाकर निवेश कर सकते है।

कितना और कितने साल निवेश करना होगा

सरकार की तरफ से इस स्कीम में निवेश करने की सिमा 15 साल निर्धारित की है लेकिन मच्योरिटी की अवधी 21 साल की है। यानि 21 साल का बया मिलेगा लेकिन पैसे आपको केवल 15 साल के लिए ही निवेश करने होते है। इसमें निवेश करने के बाद में अभिभावकों को टैक्स में भी छूट का लाभ दिया जाता है।

सरकार की तरफ से इस स्कीम में निवेश करने की सीमा को भी निर्धारित किया गया है। इस स्कीम में बेटी के नाम से सालाना कम से कम 250 रूपए निवेश करने बहुत जरुरी होते है नहीं तो खाते को निष्क्रिय कर दिया जाता है। इसके अलावा एक साल में अधिकतम आपक बेटी के नाम से डेढ़ लाख रूपए का निवेश कर सकते है।

70 लाख रिटर्न के लिए कितना निवेश करना होगा

सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana) में निवेश करके बेटी के नाम पर अगर आप 70 लाख रूपए का निवेश लेना चाहते है तो आपको बता दें की आपको इसमें हर महीने 12500 रूपए का निवेश करना होगा। 12500 रूपए के निवेश के बाद में आपका हर साल का निवेश डेढ़ लाख रूपए का होगा और 15 साल में आपकी तरफ से 22,50,000 रुपये जमा किये जाते है।

21 साल पूरी होने के बाद में आपको सरकार की तरफ से इस स्कीम में 46,77,578 रुपये का ब्याज दिया जाता है और रिटर्न के समय में आपको कुल 69,27,578 रुपये दिए जाते है जिसमे आपके निवेश और आपका अर्जित ब्याज दोनों ही शामिल होते है। इस तरफ से आपको 12500 रूपए हर महीने निवेश करने पर 70 लाख रूपए का रिटर्न आसानी से मिलने वाला है।

Vinod Yadav

विनोद यादव हरियाणा के रहने वाले है और इनको करीब 10 साल का न्यूज़ लेखन का अनुभव है। इन्होने लगभग सभी विषयों को कवर किया है लेकिन खेती और बिज़नेस में इनकी काफी अच्छी पकड़ है। मौजूदा समय में किसान योजना वेबसाइट के लिए अपने अनुभव को शेयर करते है। विनोद यादव से सम्पर्क करने के लिए आप कांटेक्ट वाले पेज का इस्तेमाल कर सकते है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *