मर्चेंट नेवी में नौकरी छोड़ी, अब टमाटर की खेती से कमा रहा है 7 करोड़ रूपये सालाना
मध्य प्रदेश राज्य के एक किसान की आज बात करने वाले है जिसने टमाटर की खेती से 7 करोड़ रूपये का मुनाफा का कमाया है। और अब उनका इंजीनियर बेटा भी विदेश की नौकरी को छोड़ कर पिता के साथ टमाटर की खेती कर रहा है ये किसान टमाटर की उन्नत खेती करता है जिससे इनको करोड़ो रूपये का मुनाफा हो रहा है मध्य प्रदेश के हरदा जिले के किसान मधुसूदन धाकड़ ने टमाटर की खेती से अब तक 7 करोड़ रूपये का मुनाफा कमाया है आज पुरे नर्मदापुरम जिले में इनको टमाटर किंग के नाम से जाना जाता है।
किसान मधुसूदन ने परम्परागत खेती को छोड़ कर नयी टेक्निक के आधार पर खेती शुरू करके मुनाफा कमा रहे है। साल 2022 में इनका मुनाफा 7 करोड़ रूपये से अधिक का रहा है। इनके पास खेती के लिए 70 एकड़ ज़मीन है जिस पर इन्होने उन्नत खेती की टेक्निक से टमाटर की खेती की है और प्रति एकड़ इनको 10 लाख रूपये तक का मुनाफा हो रहा है। सिरकंबा गांव का ये किसान हर साल करोड़ो रूपये की आय अर्जित कर रहा है।
खुद का काम शुरू करके कमाया करोड़ो रूपये
हरदा के कृषि अधिकारी का कहना है की मधुसूदन ने टमाटर की खेती से अच्छा लाभ कमाया है उनका टमाटर प्रदेश के साथ अन्य राज्यों में भी सप्लाई होता है। पीएम मोदी द्वारा देखा गया सपना ये किसान पूर्ण कर रहे है और खास बात ये है की ये किसान सिर्फ 8 कक्षा तक पढ़ा है और जब इन्होने अपना काम शुरू किया था तब इनको काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा था। आज अपनी मेहनत के दम पर वो करोड़ो रूपये कमा रहे है। शुरुआत में उनको खेती में कई तरह की परेशानी आयी थी धीरे धीरे इन्होने उन्नत खेती की तकनीकों पर ध्यान दिया और अपना काम इतना बढ़ा दिया है की आज वो सालाना 7 करोड़ रूपये तक का मुनाफा कमा रहे है। शुरू में उनके पास 20 एकड़ ज़मीन थी जिस पर उन्होंने टमाटर की खेती शुरू की थी आज उनके पास 180 एकड़ ज़मीन है जिस पर 70 एकड़ पर सिर्फ टमाटर की खेती होती है।
अन्य फसलों की भी करते है खेती
किसान मधुसूदन टमाटर के अतिरिक्त शिमला मिर्च , मिर्ची और अन्य फसलों का भी उत्पादन ले रहे है। इस साल उनको टमाटर के भाव कम होने से फायदा कम हुआ है पिछले साल टमाटर का भाव अच्छा होने से इनको प्रति एकड़ दस लाख रूपये तक का फायदा हुआ था
मर्चेंट नेवी की नौकरी छोड़ बेटा बना किसान
मधुसुधन का बेटा दुबई में एक मर्चेंट नेवी में नौकरी करता था उनके बेटे का नाम निमेष है लेकिन अपने पिता के बढ़ते काम को आगे बढ़ाने के लिए उसने नौकरी को छोड़ दिया और अपने पिता के साथ खेती में जुट गया है। निमेष को तकनिकी और मार्किट का अच्छा ज्ञान होने से उनके बिज़नेस में काफी फायदा हो रहा है निमेष मार्किट में जहा अच्छा भाव होता है वह पर अपनी फसल को भेजते है और इससे उनको काफी अधिक मुनाफा हो रहा है। जिले के लोगो के लिए मधुसुधन एक आदर्श है। मधुसूदन के टमाटर की मांग राज्य के आलावा अन्य राज्यों में भी बहुत है इनके टमाटर की खाश बात ये है की ये टमाटर की किस्म ख़राब जल्दी नहीं होती है और ये काफी सख्त टमाटर है इसका स्टोर किया जा सकता है