आज के समय में दूध का बिज़नेस का फि तेजी के साथ में आगे बढ़ रहा है और लोग इस बिज़नेस से लाखों की कमाई कर रहे है। भारत बहुत बड़ा देश है और यहाँ पर करोड़ों लीटर दूध की खपत रोजाना होती है इसलिए दूध का बिज़नेस एक ऐसा बिज़नेस है जो कभी भी बंद नहीं हो सकता और साल के हर दिन ये चलता है। दूद का बिज़नेस करने वाले पशुपालक भाई अपनी डेयरी फार्म में अधिक दूध देने वाली भैंसों को रखते है ताकि उनको अधिक से अधिक दूध प्र्राप्त हो सके और उनका मुनाफा भी बढ़ सके।
ये बात बिलकुल सही है क्योंकि दूध के बिज़नेस में अधिक कमाई करने के लिए आपको अपने पास में उच्च नश्ल की भैंस रखनी होती है जो ज्यादा दूध देने में सक्षम होती है। भारत में पाई जाने वाली भैंसों की नश्लों में मुर्रा भैंस ही एक ऐसी भैंस है जो आपके सपनों को पूरा कर सकती है।
जिस नस्ल की भैंस के बारे में आपको आज के इस आर्टिकल में हम बताने वाले है वो भैंस काफी अधिक दूद देती है जिसकी वजह से दूद के बिज़नेस में आपको काफी अधिक मुनाफा होता है। तो फिर चलिए जानते है इस भैंस के बारे की कौन सी भैंस की ये नस्ल है जो आपको अधिक दूध देने वाली है और इसको अपनी डेयरी में लाने के बाद में आपको काफी अधिक लाभ होने वाला है।
मुर्रा नश्ल भैंस कहाँ से खरीदें
मुर्रा नश्ल की भैंस की खरीदारी करने के लिए आपको हरियाणा या फिर यूपी में आना होगा क्योंकि इन दोनों राज्यों में मुर्रा नश्ल की भैंस का पालन सबसे ज्यादा होता है। मुर्रा नश्ल की भैंस काफी अधिक दूध देती है इसलिए इसको डेरी फार्म में रखना बहुत जरुरी होता है।
इस भैंस को खरीदकर अपने फार्म में अगर आप लेकर जाना चाहते है तो आपको बता दें की मुर्रा नश्ल भैंस आपको लगभग 70 हजार रूपए से लेकर 1 लाख 50 हजार रूपए तक मिल जाती है लेकिन एक साल में ही आपका पूरा पैसा वसूल कर देती है।
मुर्रा नश्ल भैंस कितना दूध देती है
मुर्रा नश्ल की भैंस प्रतिदिन के हिसाब से आपको 18 लीटर से लेकर 30 लीटर तक दूध देने की छमता रखती है और ऐसी कारन से लोगों को ये भैंस काफी पसंद आती है। आप मान कर चलिए की एक साल में ये भैंस अपनी कीमत को तो वसूल देती है साथ में आपको मोटा पैसा भी बचाकर देती है।
मुर्रा भैंस की पहचान
मुर्रा नश्ल की भैंस आपको हजारों भैंसों की भीड़ में अलग से ही दिखाई देती है। कदकाठी में बाकि भैंसों से बड़ी और सुर्ख काले रंग की ये भैंस अलग ही पहचान रखती है। इसके सींग जलेबी की तरह से घुमाव वाले होते है और इसकी चमड़ी काफी पतली होती है। मुहं भी बाकि भैंसों की तुलना में इसका लब्मे आकर का होता है।
तो पशुपालक भाइयों इस नस्ल की भैंस अगर आप अपनी डेयरी फार्म में लेकर आते है तो आपके दूध के बिज़नेस में चार चांद लगने वाले है क्योंकि एक तो आपका दुग्ध उत्पादन काफी अधिक हो जायेगा और साथ में इस नस्ल की भैंस अपने आप को हर मौसम में एडजस्ट करने में भी सक्षम होती है। इसके चलते आपको उसके रखरखाव पर अधिक खर्चा नहीं करना होगा।