कृषि में आई आधुनिक तकनीक अब हर किसान को यह सोचने पर मजबूर करती है कि कम खर्चे में ज्यादा मुनाफा कमाया जाए l अपनी आय के साधन बढ़ाने के लिए अन्नदाता कोई कसर नहीं छोड़ता है l ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि आज का किसान गेहूं और चावल के अलावा नई-नई फैसले उगाना चाहता है जिसमें लागत कम और मुनाफा ज्यादा हो l इसी को देखते हुए आज हम आपको एक ऐसी खेती के बारे में बताएंगे जिसमें कम मेहनत और ज्यादा पैदावार मिलती है l यह बेहद सुरक्षित फसल है।
तीन से चार महीने में तैयार हो जाएगी फसल
हम बात कर रहे हैं सूरजमुखी के बारे में जी हां,वही सूरजमुखी जो ठंडी, बरसात और गर्मी के सीजन में आसानी से उगाया जा सकता है। वही फरवरी माह में सूरजमुखी की खेती बहुत ही प्रख्यात है l इसकी खेती के लिए किसान अपने खेत की तैयारी करना शुरू कर देनी चाहिए l इसका शुद्ध तेल बहुत उपयोगी, लाभकारी और गुणकारी होता है l
आपको बता दें कि एक बीघे में सूरजमुखी की खेती के लिए लगभग 3 किलो बीज पर्याप्त होते है l सूरजमुखी मे मुख्यता दो तरह की किस्म होती है l पहली कंपोजिट, कंपलेक्स और दूसरी हाइब्रिड होती है,हाइब्रिड प्रजाति बाजार में आसानी से उपलब्ध होती है।वही हाइब्रिड में सूर्य और ज्वाला प्रजाति का प्रकार काफी चर्चित है l जिसकी पैदावार बहुत ही अधिक होती है।यह फसल आमतौर पर 90 से 100 दिनों में तैयार हो जाती है, इसकी सबसे बड़ी खास बात यह है कि सूरजमुखी की खेती में बीमारी और कीड़ों की समस्या ना के बराबर होती है l
सूरजमुखी की कैसे करें देख-रेख
सूरजमुखी की बुवाई का सही समय 15 फरवरी से 15 मार्च के बीच होता है l इसकी खेती बालुई, दोमट व काली मिट्टी में काफी अच्छी होती है l पोषक तत्वों की बात करें तो इसमें नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटाश का प्रयोग करते समय 90% वाला गंधक का भी इस्तेमाल करना चाहिए l एक बीघे में कम से कम 5 से 6 क्विंटल सूरजमुखी की पैदावार आसानी से मिल जाती है,सूरजमुखी में लगभग 50% तेल निकल जाता है l इसके पत्तियों को पशु नहीं खाते इसलिए नुकसान भी नहीं पहुंच पाता है, वहीं इसके अलावा सूरजमुखी में बहुत ज्यादा सिंचाई की भी आवश्यकता नहीं पड़ती है l यह विशेषता इसे सबसे खास बनाती है l
सूरजमुखी के ऐसे फायदे जो हैं आपके लिए गुणकारी
सूरजमुखी एक बहुत ही उपयोगी पौधा है, जिसके कई फायदे हैं। यह विटामिन ई का अच्छा स्रोत है, जो त्वचा और बालों के लिए फायदेमंद है। सूरजमुखी के बीज में ओमेगा-6 फैटी एसिड होता है, जो हृदय स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है। इसके अलावा, सूरजमुखी में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो कैंसर से बचाव में मदद कर सकते हैं।
सूरजमुखी के बीज को स्नैक के रूप में खाया जा सकता है या सलाद में मिलाया जा सकता है। सूरजमुखी के तेल का उपयोग खाना पकाने में किया जाता है। इसके अलावा, सूरजमुखी के तेल का उपयोग साबुन और कॉस्मेटिक्स बनाने में किया जाता है। सूरजमुखी के फूलों का उपयोग सजावट के लिए किया जा सकता है और मधुमक्खियों के लिए एक अच्छा स्रोत होते हैं। सूरजमुखी के बीजों का उपयोग जैविक खाद बनाने में किया जा सकता है। अगर आप भी कुछ अलग कर मुनाफा कामाना चाहते हैं तो सूरजमुखी की खेती आपके लिए एक अच्छा विकल्प साबित हो सकता है।
FAQ -:
- क्या सूरजमुखी का पौधा हर मौसम में उगाया जा सकता है?
- हां सूरजमुखी का पौधा हर तापमान व मौसम में उगाया जा सकता है।
- एक बीघे में सूरजमुखी की कितनी पैदावार होगी?
- उत्तर:- लगभग 5 से 6 क्विंटल पैदावार आसानी से हो जाएगी l
- फसल कितने दिन में हो जाएगी तैयार?
- उत्तर :-90 से 100 दिनों में फसल तैयार हो जाएगी l
- क्या सूरजमुखी कम लागत और ज्यादा फायदा देगा?
- उत्तर :- जी हाँ, यह पौधा आसानी से उगाया जा सकता है और इसकी सबसे खास बात यह है कि कम लागत में अधिक पैदावार देता है l