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गर्मियों में पशुओं की देखभाल कैसे करें, पशुपालकों को ध्यान रखनी होंगी ये बातें

How to take care of animals in summer, livestock farmers have to keep these things in mind
How to take care of animals in summer, livestock farmers have to keep these things in mind

गर्मियों का मौसम पशुओं के लिए खासतौर पर कठिन हो सकता है। इस मौसम में पशुओं के स्वास्थ्य का विशेष ख्याल रखना आवश्यक है, और इसमें सबसे ज्यादा ध्यान देने वाली बात है—पानी। पानी की कमी से पशु कई तरह की परेशानियों का सामना करते हैं। इस लेख में हम जानेंगे कि गर्मियों में पशुओं को कैसे ताजा और पर्याप्त पानी दिया जा सकता है और किस प्रकार की सावधानियां बरतनी चाहिए।

गर्मी में पानी की आवश्यकता क्यों बढ़ जाती है?

गर्मी के मौसम में पशुओं की पानी की जरूरत बढ़ जाती है क्योंकि उच्च तापमान के कारण वे अधिक पसीना बहाते हैं और शरीर से पानी की कमी होने लगती है। जब पानी की कमी होती है, तो इसका सीधा असर पशु के स्वास्थ्य और उत्पादन पर पड़ता है। दूध उत्पादन में कमी, कमजोरी और बीमारी जैसे लक्षण दिखने लगते हैं।

गर्मियों में पशुओं को पानी कैसे दें?

गर्मी में पशुओं के पानी पीने का ध्यान रखने के लिए निम्नलिखित उपाय किए जा सकते हैं:

  • पानी बार-बार दिखाएं: पशु को बार-बार पानी दिखाना चाहिए, फिर चाहे वह पीएं या नहीं। इससे उनकी प्यास की भावना बनी रहती है।
  • ताजा और ठंडा पानी पिलाएं: जहां तक मुमकिन हो, पशुओं को ताजा और ठंडा पानी ही पिलाएं, ताकि वे अधिक पी सकें और राहत महसूस करें।
  • पानी छिड़काव करें: दिन में कम से कम तीन बार पशुओं के शरीर पर पानी छिड़कें। इससे उन्हें शीतलता मिलती है और शरीर का तापमान नियंत्रित रहता है।
  • हरे चारे का महत्व: हरे चारे की मात्रा बढ़ा दें, क्योंकि एक किलो हरा चारा तीन से चार लीटर पानी की कमी पूरी कर सकता है।

पानी की कमी के लक्षण

पानी की कमी होने पर पशुओं में कई तरह के लक्षण देखे जा सकते हैं, जो उनके स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकते हैं:

  • भूख की कमी: पशु को भूख नहीं लगती और वह कम खाता है।
  • सुस्ती और कमजोरी: पशु सुस्त होने लगता है और उसका शरीर कमजोर महसूस होने लगता है।
  • दूध उत्पादन में कमी: पानी की कमी के कारण दूध उत्पादन कम हो सकता है।
  • आंखों का सूखना और चमड़ी की हालत खराब होना: अगर पशु की आंखें सूखी लगें या चमड़ी खुरदरी हो जाए, तो यह पानी की कमी का संकेत हो सकता है।
  • पेशाब का गाढ़ा होना: पानी की कमी से पेशाब गाढ़ा हो जाता है।

पानी की कमी से बचने के उपाय

पानी की कमी से बचने के लिए कुछ खास उपाय किए जा सकते हैं:

  • नमक और चीनी का घोल: जब पानी की कमी हो, तो पशु को नमक-चीनी का घोल पिलाना चाहिए। यह शरीर को पानी की कमी से निपटने में मदद करता है।
  • शाम को भिगोकर रखें सूखी तूड़ी: सूखी तूड़ी को पहले भिगोकर रखें और फिर सुबह पशु को दें। इससे पानी की आवश्यकता पूरी हो सकती है।
  • पशुओं को ठंडी जगह पर रखें: पशुओं को दोपहर के वक्त छायादार जगह पर रखें, ताकि वे तेज धूप से बच सकें।

पशुओं के लिए अन्य देखभाल के टिप्स

  • नहलाना और पानी छिड़काव: गर्मियों में पशुओं को सुबह और शाम नहलाना बहुत जरूरी है। साथ ही, जहां वे बांधे जाते हैं, वहां भी पानी का छिड़काव करना चाहिए।
  • नमक की ढेली: हमेशा पशु के पास नमक की ढेली रखें, ताकि वे उसे चाटकर प्यास बुझा सकें।

गर्मियों में स्वास्थ्य के लिए ध्यान रखें इन बातों का

पानी की पर्याप्त आपूर्ति के अलावा, पशुओं के स्वास्थ्य के लिए इन बातों का ध्यान रखें:

  • पशुओं को अधिक गर्मी से बचाने के लिए उन्हें हवादार और छायादार स्थानों पर रखें।
  • अगर पानी की कमी हो तो तत्काल समाधान करें और घबराएं नहीं।
  • पशु के स्वास्थ्य की नियमित जांच करें ताकि किसी भी बीमारी को जल्दी पकड़ा जा सके।

गर्मी के मौसम में पशुओं का सही से ख्याल रखना बेहद जरूरी है। सही मात्रा में पानी देना, ताजे हरे चारे की आपूर्ति, और दिन में शरीर को ठंडा रखना पशुओं के स्वस्थ रहने के लिए आवश्यक है। पशुओं के पानी की कमी के लक्षणों को समझकर आप उन्हें समय पर राहत दे सकते हैं और उनके स्वास्थ्य को सुरक्षित रख सकते हैं।

FAQ

Q. गर्मियों में पशुओं के लिए सबसे अच्छा पानी क्या है?

Ans: गर्मियों में पशुओं को ताजा और ठंडा पानी पिलाना सबसे अच्छा होता है। यह उन्हें शीतलता और राहत प्रदान करता है।

Q. अगर पशु पानी नहीं पीते तो क्या करना चाहिए?

Ans: पशु को बार-बार पानी दिखाएं और यदि पानी की कमी के लक्षण दिखें, तो नमक-चीनी का घोल पिलाएं।

Q. पानी की कमी से होने वाली परेशानियों के लक्षण क्या हैं?

Ans: पानी की कमी से भूख कम लगना, सुस्ती, पेशाब का गाढ़ा होना, आंखों का सूखना और दूध उत्पादन में कमी हो सकती है।

विनोद यादव हरियाणा के रहने वाले है और इनको करीब 10 साल का न्यूज़ लेखन का अनुभव है। इन्होने लगभग सभी विषयों को कवर किया है लेकिन खेती और बिज़नेस में इनकी काफी अच्छी पकड़ है। मौजूदा समय में किसान योजना वेबसाइट के लिए अपने अनुभव को शेयर करते है। विनोद यादव से सम्पर्क करने के लिए आप कांटेक्ट वाले पेज का इस्तेमाल कर सकते है।

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